नपुंसकता के लक्षण
नपुंसकता क्यों होता है ?
नपुंसकता ( नामर्द ) का इलाज
लहसुन की 6 - 8 कलियों को छीलकर देशी घी में तलकर पीसकर खाए इससे यह बीमारी दूर होती है रोज दो कच्ची कलियों को शहद के साथ भी ले सकते है
सुबह - सुबह देशी गाय के दूध को गर्म करके उसके साथ तुलसी के बीज और गुड बराबर मात्रा में मिलाकर लेने से नपुंसकता दूर होती है
देशी गाय के दूध में दो छुआरे और किशमिश डालकर पिने से यह बीमारी दूर होती है
शहद + देशी गाय घी + सफ़ेद प्याज का रस बराबर मात्रा में मिलाकर दूध के साथ लेने से इस बीमारी में बहुत आराम मिलता है
मुलहठी और शहद को बराबर मात्रा में लेकर आधा तोले घी के साथ लेने से और उसके उपर दूध पीने से मैथुन शक्ति बढ़ती है
सम्भोग के बाद थोड़ी सी सौंठ डालकर ओटाया हुआ दूध ( दूध को थोडा गाढ़ा गर्म करे ) पीने से सम्भोग शक्ति आती है
एक लीटर दूध में एक टोला शतावर पीसकर दाल दें जब दूध पकते - पकते आधा हो जाए तो मिश्री मिलाकर पिए इससे कमोच्छा ( सेक्स करने की इच्छा ) बढ़ती है और लिंग सख्त होता है लिंग ढीला नही पड़ता
सफ़ेद प्याज के रस में शहद मिलाकर चाटने से वीर्य बढ़ता है
एक कप गन्ने का रस के साथ गेहूं के दानों के बराबर खाने वाला चुना मिलाकर पीने से पति और पत्नी दोनों की नपुंसकता ख़त्म हो जाती है जब पुरुष पिता है तो उसके शुक्राणु बढ़ते है और इसे जब महिला पीती है तो उसके अंडाणुओ को बढाता है
नपुंसकता का होम्योपैथिक इलाज
नक्स - वोमिका 200
हस्त - मैथुन जैसी स्थिति में 1 - 1 बूँद सुबह , दोपहर , शाम को दे
एट्स क्यों होता है ?
जो स्त्री हर मर्द से सम्भोग करती है उसके साथ सम्भोग करने से एट्स होता है वेश्या के साथ कभी भी सम्भोग नही करना चाहिए
एट्स का इलाज
एट्स का आयुर्वेदिक इलाज
आधा कप देशी गाय का गोमूत्र रोज सुबह खाली पेट खाना खाने से एक घंटा पहले पिए इससे एट्स ठीक हो जाता है इससे ज्यादातर गुप्त रोग की सारी बिमारिय दूर होती है