दांतों की सड़न या दांतों में कीड़े लगने के लक्षण , कारण एवं उपचार |
दाँतों की सही ढंग से सफाई न करने से दाँतों के रोग होते हैं। अत्यधिक कब्ज रहने से तथा खाना न पचने से भी दाँतों में सड़न होती है। दाँतों को साफ न रखने से और भोजन के बाद कुल्ला न करने से दाँतों में कीड़े लग जाते हैं। अत्यधिक आइसक्रीम , चाकलेट , या टाफी खाने से दांतों में सड़न या कीड़े लगना शुरू हो जाते है ।
दांतों में कीड़े लगने के लक्षण
मंजन करने में बहुत दर्द महसूस होता है
दांतों के बीच में काले गड्डे का होना ( कीड़ो की वजह से )
पूरी तरह मुंह न खुलना दर्द के वजह से
दांतों में सड़न होने के कारण
समय से दांतों की सफाई न करना
बहुत ज्यादा मीठा खाने से
खाना खाने के बाद कुल्ला न करने से
चाकलेट या टाफी मुंह में अधिक समय तक भरे रहने से
दांतों की सड़न या दांतों में कीड़े लगने का आयुर्वेदिक इलाज
दांतों में काड़ा लगने का इलाज
1 चम्मच शहद में लहसुन का रस मिलाकर चाटने से दाँतों की सड़न एवं बदबू दूर होती है।
थोड़ा सा अदरक का रस और नमक 1 गिलास पानी में मिलाकर गर्म करें और उस पानी से कुल्ला करें।
पीपल की दातून से दाँतों के कीड़े नष्ट होते हैं।
अमरूद के 4-5 पत्ते 3-4 लौंग और 5 ग्राम अजवायन को 1 गिलास पानी में उबाले, ठंडा होने पर इस पानी से कुल्ला करें।
नींबू के रस में लॉंग पीसकर मिलायें और दाँतों पर मलें, दाँतों के कीड़े बाहर आ जायेंगे।
जामुन की छाल को पीसकर पाऊडर बनायें और मंजन की तरह इस्तेमाल करें।-
धनिये का काढ़ा बनायें और छानकर पिलायें।
राल का महीन चूर्ण बनाकर आवश्यकतानुसार मिश्री के साथ खायें।
जामुन की हरी ताजी छाल को सुखाकर पाउडर बनालें। सुबह-शाम गाय के दूध में एक चम्मच मिलाकर पियें। इससे दांतों की सड़ना और कीड़े दोनों में बहुत आराम मिलता है।