रात को नाक बजना या खर्राटे लेना
गहरी नींद के समय गलें की मासपेशियां कुछ फैल जाती हैं। जिससे सांस नली कुछ संकरी हो जाती है। फलस्वरूप सांस के आते-जाते समय रूकावट खर्राटे के रूप में सुनाई पड़ती है।
खर्राटे आने का क्या कारण है
ये अधिकतर मोटे लोगों को होती है।
कई लोगों को नाक में रूकावट या सांस की रूकावट के कारण भी खर्राटे
आते हैं। कुछ खाने से हुई गले की खराबी या कुछ भी मीठा खाकर तुरन्त पानी पीने से भी खर्राटे आते हैं।
कभी-कभी गर्भावस्था के दौरान भी खर्राटे की संभावना रहती है।
अधिक धूम्रपान और शराब पीने से भी खर्राटे की शिकायत हो सकती है।
नींद की दवाओं का अधिक प्रयोग करने से भी यह की शिकायत हो सकती है।
खर्राटे आने के लक्षण
खर्राटे लेने वाले व्यक्तियों को कुछ पता नहीं चलता लेकिन पास में सोये
लोगों को परेशानी होती है।
कभी-कभी सांस रूक सा जाता है और रोगी नींद से चौंक कर उठ जाता है। दिन में सुस्त और थका हुआ दिखाई पड़ता है।
सुबह उठने पर तरो ताजा अनुभव नहीं करता और सिरदर्द अनुभव करता है।
खर्राटे का घरेलु इलाज
नाक बजना
रात को सोते समय देशी गाय का घी नाक में 1-1 बूंद डालकर सोयें।