याद्दास्त कमजोर होने के लक्षण , कारण एवं उपचार
भूलने की बीमारी
कमजोर स्मरण शक्ति आजकल प्रायः युवा लोगों में देखी जाती है। बुढ़ापे में भी इसकी आम शिकायत रहती है। अत्यधिक चिन्ता या भय से ग्रस्त होने पर अथवा क्रोध या शोक से प्रभावित होने पर या अत्याधिक पढ़ने से स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती है।
याद्दास्त कम होने का कारण
वृद्धावस्था के कारण या किसी बड़ी बीमारी के कारण।
सिर पर चोट लगने या तनाव के कारण।
याद्दास्त कम होने के लक्षण
किसी काम में ध्यान न लगा पाना।
बात करते समय हाथ पैरों को हर समय चलाते रहना।
सुनी हुई बात को तुरन्त भूल जाना।
लिखने और बोलने में गलतियां करना।
स्थान, वस्तु और व्यक्ति के नाम को भूल जाना।
याद्दास्त बढ़ने के उपचार
याद्दास्त बढ़ाये एक हफ्ते में अपनाये घरेलु नुस्खे
शंखपुष्पी को पीसकर चूर्ण बनायें और 250 ग्राम दूध में आधा चम्मच शंखपुष्पी और 1 चम्मच शहद मिलाकर प्रातःकाल लें।
प्रतिदिन सुबह गाय के दूध के साथ 1 आँवलें का मुरब्बा लेने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
गाय के दूध में 8-10 खजूर उबालकर पीने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। गाय के दूध में मुलहठी का 1 चम्मच चूर्ण डालकर पियें
पीपल के पेड़ की छाल का चूर्ण शहद के साथ चाटें।
आम के रस, अदरक का रस, और तुलसी के पत्तों का रस बराबर मात्रा में लेकर शहद के साथ उपयोग करें।