पीलिया का इलाज ( jaundice treatment )

 पीलिया के लक्षण (jaundice symptoms)

पीलिया क्यों होता है ?




पीलिया रोग अधिकांशतः पानी की अशुधि के कारण होता है इसका मुख्य कारण शारीर में सही ढंग से खून का न बनना है इस कारण शारीर में पीलापन आ जाता है सबसे पहले आँखों में पीलापन आता है इसके बाद शारीर और मूत्र पिला होता है भूख न लगना ,भोजन को देखकर उलटी आना , मुंह का स्वाद कडवा होना , नाड़ी की गति धीरे चलना आदि लक्षण है इसके साथ - साथ शारीर में खुजली ,अनिद्रा और कमजोरी महसूस होती है

पीलिया के घरेलु उपचार ( jaundice treatment )

कड़वे नीम के कोमल पत्तों का रस निकाल कर उसने मिश्री मिलाकर गर्म  करके और फिर ठंडा होने के बाद पीलिया वाले रोगी को पिलाएं इससे पीलिया जड़ से खत्म हो जाएगा  

 इसके अलावा नीम का रस और देसी घी शहद के साथ चाटने पर आराम मिलता है


 त्रिफला चूर्ण शहद में मिलाकर सुबह शाम चाटने से पीलिया में काफी लाभ मिलता है 


 त्रिफला चूर्ण का काढ़ा बनाएं उसमें   मिश्री और देसी घी मिलाकर खाएं या बहुत ही लाभदायक होता है


 बेल के पत्तों का रस निकालकर उसमें चुटकी भर काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर सुबह शाम दो दो चम्मच लेना चाहिए इससे पीलिया खत्म हो जाती है


बथुये( बथुई) के बीज का चूर्ण बनाकर सुबह-शाम एक-एक चम्मच दादा पानी के साथ खाना चाहिए पीलिया बहुत ही जल्दी ठीक हो जाएगी


पीलिया का होम्योपैथिक इलाज

berbarish-vulgeris को लगातार तीन महीने तक देने से पिलिया ठीक हो जाएगी




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